रायपुर। सीएम भूपेश बघेल के सचिव टामन सिंह सोनवानी के नाम का इस्तेमाल करके निर्माण की राशि जारी करने के लिए निजी फर्म पर कमीशन के लिए दबाव बनाने वाले छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) के कार्यपालन अभियंता (ईई) मृगेंद्र सोनवानी को नौकरी से बेदखल कर दिया गया है।
सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक भुवनेश यादव ने यह आदेश जारी कर दिया। मृगेंद्र 2013 से संविदा आधार पर कार्यरत था। सूत्रों के मुताबिक इनके पुराने कार्यों को लेकर भी विभागीय जांच की जा रही है। शिकायत के आधार पर जांच हुई और जांच में ईई को दोषी पाया गया।
शिकायत में लिखा है- आपके सचिव टामन सिंह सोनवानी को अपना रिश्तेदार बताने वाले मृगेंद्र सोनवानी हमें पूर्व में भी आपके सचिव के नाम से डराते रहे हैं। वर्तमान में हमारी फर्म के द्वारा शासकीय पीजी आयुर्वेदिक कॉलेज भवन का निर्माण कार्य किया जा रहा था। आठवीं भुगतान की राशि (चल देयक) 1.50 करोड़ को रोकर रखे हुए हैं। कमीशन न देने पर टामन सिंह सोनवानी के जरिए निपटाने की बात कहते हैं।
यह भी कहा कि टामन सिंह सोनवानी को कहकर रायपुर संभाग का प्रभार मिला है। मुझे कोई हटा नहीं सकता। कमीशन न देने पर तीन माह से 1.50 करोड़ का बिल रोककर रखे हैं। इसके कारण कॉलेज का निर्माण कार्य रोकना पड़ा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीधे मुख्यमंत्री को हुई शिकायत के बाद विभाग ने यह कार्रवाई की है।