बलरामपुर जिले का एक बड़ा हिस्सा पहाड़ों व घने वनों से घिरा हुआ क्षेत्र है तथा इन वन क्षेत्रों से प्रतिवर्ष हरा सोना के नाम से सर्वाधिक तेन्दूपत्ता का संग्रहण संग्राहकों द्वारा किया जाता है। इस वर्ष भी वनांचल क्षेत्रों के ग्रामीणों द्वारा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जाएगा। इस संग्रहण कार्यक्रम के तहत् जिले में 90 हजार से अधिक तेन्दूपत्ता संग्राहकों को रोजगार उपलब्ध होगा। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 1500 रूपये प्रति मानक बोरा अधिक प्राप्त होगी।
जिले में तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्यक्रम के तहत् व्यापक तैयारी की जा रही है। जिला यूनियन बलरामपुर के अन्तर्गत तेन्दूपत्ता संग्रहण वर्ष 2019 में 44 प्राथमिक वनोपज के अन्तर्गत 64 लाटों में कुल 01 लाख 65 हजार 700 मानक बोरा संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शासन द्वारा इस वर्ष 2500 प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 4000 रूपये प्रति मानक बोरा किये जाने की घोषणा की गई है। जिससे प्रति मानक बोरा 1500 रूपये की वृद्धि से तेन्दूपत्ता संग्राहकों में हर्ष व्याप्त है।
वन विभाग द्वारा इस वर्ष तेन्दूपत्ता संग्रहण की पूरी तैयारी कर ली गई है। इस वर्ष तेन्दूपत्ता का संग्रहण विभागीय स्तर पर कराया जायेगा। इस प्रक्रिया में तेन्दूपत्ता की संग्रहण केन्द्रों पर खरीदी से लेकर गोदामीकरण तक इस कार्य में विभागीय कर्मचारियों एवं समिति स्तर पर प्रबंधक फड़ मुन्शी, फड़ अभिरक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। जिले में 44 समिति के माध्यम से 478 संग्रहण केन्द्रों में तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जावेगा। इसके लिए 03 जोनल अधिकरी, 09 गुणवत्ता नियंत्रण अधिकारी, 44 पोषक अधिकारी, 478 फड़ अभिरक्षक व 478 फड़ मुंशी नियुक्त किये गये हैं।