दन्तेवाड़ा। बस्तर का नाम सुनते ही लोगों के जहन में सबसे पहले नक्सलियों का ख्याल आता है. बस्तर को नक्सलियों का गढ़ भी माना जाता है. वो इसलिए क्योंकि आए दिन कहीं ना कहीं नक्सल वारदात होते रहते हैं. लेकिन इनसे निपटने जवान दिन रात लोहा ले रहे हैं. बीते दिनों जब बस्तर में लोकसभा चुनाव से सिर्फ दो दिन पहले एक बड़े नक्सली हमले में भाजपा विधायक की मौत हुई, तो जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी.
दन्तेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने निर्देश पर बीते 2 हफ़्तों में नक्सलियों के खिलाफ जिले के अलग-अलग इलाकों में ताबड़तोड़ कार्रवाई कर बड़ी सफलता प्राप्त की है. जवानों ने सबसे अधिक कार्रवाई किरन्दुल, कुआकोंडा, अरनपुर थानाक्षेत्र में की गई है. ये वही इलाका है जहां दरभा डिवीजन की मलंगीर एरिया कमेटी सक्रिय होकर नक्सलियों के मिशन मोड की गन चलाते है. इसके साथ ही सुकमा जिले के चिंतलनार, जगरगुंडा जैसे इलाको से टकराने की वजह से नक्सलियों की अधिक मजबूती भी है. इन इलाकों में दन्तेवाड़ा जिले में सबसे अधिक वारदात भी इसी मलंगीर दलम ने अब तक अंजाम देते आई है.
दन्तेवाड़ा पुलिस ने बीते 2 हफ्ते में मलांगीर एरिया कमेटी के नक्सलियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. 3 टाप नक्सली- वर्गीस, लिंगा और माड़वी मुया जिन पर 5-5 लाख का ईनाम था इन्हें मुठभेड़ में मार गिराया और हथियार भी बरामद किया.
पुलिस ने 8 लाख के ईनामी नक्सली हिड़मा कवासी (एक्शन टीम का कमांडर, आईडी एक्सपर्ट) सहित कोसी उर्फ़ मंगली (5 लाख की ईनामी) हूंगा कोर्राम, किशोर माड़वी (1-1 लाख के ईनामी), जोगी कोर्राम, हूंगा मड़काम, देवा कुंजाम को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही नक्सली नीलू भास्कर ने आत्मसमर्पण किया.
ये सभी नक्सली दरभा डिवीजन की मलंगीर एरिया कमेटी में सक्रिय होकर बड़ी वारदातों को अंजाम दिया करते थे. दन्तेवाड़ा पुलिस ने दावा किया है कि मलंगीर एरिया कमेटी के नक्सलियों पर इस तरह की कार्रवाई से मलंगीर एरिया कमेटी को बड़ा झटका लगा है.