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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘जल शक्ति मंत्रालय’ का किया गठन

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचंड जीत दर्ज कर बीजेपी एक बार फिर सत्ता में वापसी कर चुकी है. इसके साथ ही बीजेपी अपने चुनावी वादों को पूरा करने की तरफ कदम बढ़ा चुकी है. अपने चुनावी वादे को पूरा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘जल शक्ति मंत्रालय’ का गठन किया. वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत को इसका मंत्री नियुक्त किया.

हर घर बिजली की पहुंच के बाद अब मोदी सरकार हर घर पीने के पानी की पहुंच पर काम कर रही है. इसके साथ ही हर घर को पीने का पानी मुहैया करवाने के लिए सरकार ने ‘जल शक्ति’ मंत्रालय’ का गठन भी कर दिया है. नया बना मंत्रालय पहले के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पुनर्जीवन मंत्रालय की जगह लेगा. यह पानी का सर्वोत्तम इस्तेमाल सुनिश्चित करेगा. इसके साथ ही बीजेपी ने साल 2014 तक हर घर तक पीने का पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.

वहीं इस मंत्रालय के जरिए नदियों को जोड़ने की योजनाएं बनाई जाएंगी. इससे पेयजल के साथ सिंचाई की व्यवस्था भी बेहतर करने की बात कही गई है.

दरअसल, तमिलनाडु के रामनाथपुरम में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने वादा किया था कि अगर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में लाने के लिए वोट दिया गया तो उनकी सरकार एक अलग जल शक्ति मंत्रालय की स्थापना सुनिश्चित करेगी.

चुनाव पहले किया गया वादा महत्वपूर्ण था क्योंकि तमिलनाडु का अपने पड़ोसी राज्यों केरल और कर्नाटक के साथ नदी जल बंटवारे को लेकर कई विवाद हैं. वहीं अब गजेंद्र सिंह शेखावत इस मंत्रालय को संभालेंगे. शेखावत, पहले कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री रहे हैं. वह राजस्थान के जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र से दो बार से लोकसभा सांसद हैं.

गजेंद्र सिंह शेखावत ने वैभव गहलोत को जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र से 2,74,440 वोटों से हराया है. वैभव राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे हैं. गजेंद्र सिंह पहली बार 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे.

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