नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के पाँचवें चरण में 63.5 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो अब तक के सभी चरणों में सबसे कम है। चुनाव आयोग ने यह आँकड़ा जारी किया है। आयोग के मतदाता एंड्रॉयड एप्लिकेशन के अनुसार, सोमवार को रात के 9 बजे तक मतदान 63.5 प्रतिशत रहा। इस चुनाव में अब तक मतदाताओं की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। पहले चरण में 69.50 फीसदी मतदान हुआ था, जो अब तक के पांच चरण में सबसे अधिक है। दूसरे चरण में मतदान 69.44 प्रतिशत हुआ था, तीसरे चरण में 68.40 और चौथे चरण में 65.51 प्रतिशत मतदान हुआ था। वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने यहां संवाददाताओं से कहा कि 2014 की तुलना में पहले चार चरणों (सोमवार के पांचवें चरण को छोड़कर) में 7.85 करोड़ अधिक मतदाता हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों के पहले चार चरणों की तुलना में इसके पहले चार चरणों में छह करोड़ अधिक मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया।
सक्सेना ने बताया कि झारखंड, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और पश्चिम बंगाल में मतदान बाधित करने की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सभी जगह मतदान शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने बताया कि पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश और बिहार में मतदान का स्तर पिछले चुनाव की तुलना में बढ़ा है। उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर शाम पांच बजे तक 57.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। पिछले चुनाव में इन सीटों पर 56.92 प्रतिशत मतदान हुआ था। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में लखनऊ से गृह मंत्री राजनाथ सिंह, अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तथा रायबरेली से संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनाव मैदान में हैं।
राज्य की जिन अन्य सीटों पर पांचवें चरण में मतदान हुआ उनमें धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा शामिल हैं। इसके अलावा बिहार में पांच सीटों (हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी और सारण) पर शाम छह बजे तक 57.86 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। इन सीटों पर 2014 में 55.69 प्रतिशत मतदान हुआ था। भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रूढ़ी सारण से और बिहार सरकार में मंत्री पशुपति कुमार पारस लोजपा के टिकट पर हाजीपुर से चुनाव मैदान में हैं। इस चरण में राजस्थान की 12 सीटों पर 63.75 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछले चुनाव में इन सीटों पर 61.80 प्रतिशत मतदान हुआ था।
राज्य के प्रमुख उम्मीदवारों में केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल बीकानेर से और जयपुर ग्रामीण क्षेत्र से राज्यवर्धन सिंह राठौर भाजपा उम्मीदवार के रुप में चुनाव मैदान में हैं। राठौर का मुकाबला ओलंपिक पदक विजेता और कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णा पूनिया से है। सक्सेना ने बताया कि राजस्थान में चार स्थानों अनूपगढ़, बीकानेर, सूरतगढ़ और चुरु में स्थानीय संगठनों ने मतदान का बहिष्कार किया। लेकिन स्थानीय प्रशासन के दखल पर शाम तीन बजे से मतदान शुरु हो सका। पांचवें चरण में सबसे कम मतदान जम्मू कश्मीर की अनंतनाग सीट पर दर्ज किया गया। इस सीट पर तीन चरण में संपन्न हुये मतदान का प्रतिशत सिर्फ 8.76 रहा। इस सीट पर पिछले चुनाव में मतदान का स्तर 28.5 प्रतिशत था। राज्य में राजपुरा क्षेत्र में दो बार ग्रेनेड से विस्फोट कर मतदान बाधित करने की कोशिश नाकाम रही। इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
मुख्य चुनाव अधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि राज्य के छह लोकसभा सीटों पर कुल मतदान प्रतिशत 44.51 फीसदी रहा जो 2014 में हुए 49.52 प्रतिशत वोट की तुलना में पांच फीसदी कम रहा। उन्होंने बताया कि लद्दाख सीट पर करीब 64 प्रतिशत मतदान हुआ। मध्य प्रदेश की सात सीटों पर शाम पांच बजे तक 62.60 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। पिछले चुनाव में इन सीटों पर मत प्रतिशत 57.86 रहा था। सोमवार को राज्य में जिन सीटों पर मतदान हुआ उनमें प्रमुख उम्मीदवारों में टीकमगढ़ सीट से केन्द्रीय मंत्री डा. वीरेन्द्र खटीक शामिल हैं। वह भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में हैं। झारखंड की चार सीटों पर शाम पांच बजे तक 63.72 प्रतिशत मतदान हुआ था। पिछले चुनाव में भी इन सीटों पर लगभग इतना ही मतप्रतिशत रहा था।
राज्य में वामपंथी संगठनों द्वारा मतदान बाधित करने की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। पश्चिम बंगाल में पांचवें चरण में सात सीटों पर 73.97 प्रतिशत मतदान हुआ। इन सीटों पर 2014 में 81.37 प्रतिशत मतदान हुआ था। राज्य में मतदान में बाधा पहुंचाने की पांच घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। उल्लेखनीय है कि पांच चरण के मतदान के बाद 17वीं लोकसभा के लिये 78 प्रतिशत लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। सक्सेना ने बताया कि इन चरणों में लोकसभा की 543 सीटों में से अब तक 26 राज्यों की 424 सीटों पर मतदान हो गया है।
source by PK