रायपुर। खरोरा थाना क्षेत्र के मोहरेंगा के विजयबांधा खार में हफ्ते भर पहले मिली महिला की अधजली लाश की गुत्थी पुलिस ने शुक्रवार को सुलझा ली। शादीशुदा प्रेमिका (मृतका) से पीछा छुड़ाने के लिए प्रेमी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर हत्या की, फिर साक्ष्य छुपाने के लिए शव को पेट्रोल से जला दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर मृतका के शरीर से उतारे गए सारे जेवर बरामद कर लिए हैं।
डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि एक जून को ग्राम मोहरेंगा के विजयबांधा खार में अज्ञात महिला का शव अधजली अवस्था में पड़े होने की सूचना पर थाना प्रभारी ने घटना स्थल पहुंचकर आसपास के लोगों से पूछताछ की। स्थानीय सरपंच छगन वर्मा ने महिला की हत्या कर शव जलाने की आशंका जताई थी। रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का केस दर्जकर जांच शुरू की।
ऐसे मिला क्लू
एसएसपी आरिफ शेख ने थाना प्रभारी खरोरा, साइबर सेल को अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने निर्देश दिए। पुलिस ने सबसे पहले शव की शिनाख्त करने घटनास्थल का फोटो सोशल साइट वायरल करने के साथ ही सरहदी जिलों में संदेश के माध्यम से गुम महिलाओं के बारे में जानकारी एकत्र की। इस दौरान शव की पहचान महासमुंद जिले से गुम हुई दुर्गेश्वरी साहू के रूप में हुई।
तीन साल से था प्रेम संबंध
साइबर सेल की टीम ने मुखबिरों को लगाया, तब पता चला कि मृतका का महासमुंद जिले के भीमखोज, बागबाहरा थाना क्षेत्र के ग्राम अरंड के वार्ड नंबर आठ निवासी धर्मेन्द्र साहू (34) से तीन साल से प्रेम संबंध रहा है। संदेह के आधार पर धर्मेन्द्र साहू को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की गई। आखिरकार उसने गांव के ही अपने दोस्त रामगुलाल ध्रुव (30) के साथ मिलकर हत्या करना कबूल किया।
मायके से ले गया था भगाकर
हत्या के आरोपित धमेंद्र साहू ने पूछताछ में बताया कि 18 अप्रैल, 2019 को मृतका दुर्गेश्वरी साहू की शादी महासमुंद जिले के मोहन्दी में हुई थी। दुर्गेश्वरी मई, 2019 में वापस मायके आई, तब धमेन्द्र साहू ने उसे अपने साथ भगा ले जाने राजी किया। इसके बाद दोनों मौका पाकर दोस्त रामगुलाल की मदद से भागकर रिश्तेदार के घर पहुंचे और वहां कुछ दिन रहे।
रोज-रोज के विवाद से आ गया था तंग
धर्मेन्द्र साहू उक्त युवती को लेकर अपने घर आ गया, किंतु पारिवारिक विवाद के कारण दोनों के बीच झगड़े होने लगे। इससे वह तंग आ गया था। आखिरकार दुर्गेश्वरी को अपने रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। इस काम के लिए दोस्त रामगुलाल को भी साथ लिया।
सुनियोजित योजना के अनुसार उसे घुमाने के बहाने धमेंद्र और रामगुलाल जंगल में लेकर गए, जहां दुर्गेश्वरी की धारदार चाकू से मारकर हत्या कर दी, फिर साक्ष्य छिपाने की नीयत से लाश को पेट्रोल से जला दिया। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू पास के तालाब से बरामद करने के साथ मोटरसाइकिल एवं मृतका के सोने-चांदी के जेवर बरामद कर लिए।