भोपाल : मध्यप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी पर सियासत गर्म है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने परिवार के सदस्यों के कर्ज माफ होने के दावे को खारिज कर दिया है। चौहान ने कहा है कि राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ किसान कर्जमाफी मामले में अभी भी गुमराह कर रहे हैं। राहुल सूची दिखा रहे थे कि मेरे भाई रोहित चौहान का कर्जा माफ हुआ है। मैंने हकीकत जाननी चाही तो पता चला कि मेरे भाई ने कर्जमाफी का आवेदन ही नहीं किया था।
शिवराज के इस बयान के बाद कांग्रेस ने कर्जमाफी के दो फॉर्म की फोटो जारी की हैं। इसमें रोहित सिंह और निरंजन सिंह के नाम दिखाई दे रहे हैं।
शिवराज ने कर्जमाफी की सूची दिखाते हुए कहा कि इसमें मेरे भाई रोहित के नाम के आगे लिखा है- आयकरदाता। अगले कॉलम में लिखा है कि कर्जमाफी के लिए कोई आवेदन नहीं किया। कमलनाथ बताएं कि उन्होंने कैसे कर्जमाफ कर दिया। आखिर मेरे ऊपर इतनी मेहरबानी क्यों? शिवराज ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अब तक किसानों का कर्जमाफ नहीं किया। उल्टा मुझे आई ड्रॉप, बादाम, च्यवनप्राश भेजा, ताकि मैं देख सकूं कि कितने किसानों का कर्जमाफ हुआ है। शिवराज ने कहा कि किसान कर्जमाफी कांग्रेस सरकार का झूठ है। वे प्रदेश के किसानों को मूर्ख समझते हैं, जब तक बैंक किसानों को कर्जमाफी का प्रमाण पत्र नहीं देता तब तक कर्जमाफी नहीं मानी जाती। उन्होंने कमलनाथ को मशविरा भी दिया। कहा- कमलनाथजी अपने सलाहकार बदल लें, ये आपकी लुटिया डुबा देंगे।
राहुल ने कहा था- शिवराज के भाई और चाचा के बेटे का कर्ज माफ हुआ
एक दिन पहले ही बुधवार को ग्वालियर की चुनावी सभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि शिवराज के भाई रोहित सिंह और सगे चाचा के बेटे निरंजन सिंह का भी कर्ज माफ हुआ है इसके बाद भी वे सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवराज च्यवनप्राश लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा- बुधवार को कांग्रेस ने मेरे घर बाबा रामदेव का च्यवनप्राश भेजा है। इसका मतलब कांग्रेस की पूरी श्रद्धा बाबा रामदेव के साथ है। शिवराज ने भाजपा नेताओं से कहा कि ये सब सामान कांग्रेस नेताओं को देकर आएं और उनसे कहें कि ये कमलनाथ और राहुल गांधी तक पहुंचाएं।