
रायपुर : स्कूल में बेटे के दाखिले के लिए पिता बुरी तरह परेशान हो गया है , लॉटरी में नाम आने के बाद भी उसके पुत्र को दाखिला नही मिल रहा , पिता शासकीय दफ्तरो के चक्कर लगा लगाकर थक रहा है .
गौरतलब हो कि जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व है , हर पालक अपनी संतान को अच्छी शिक्षा देना चाहता है , मगर महंगाई के इस दौर में यह हर पालक नही कर पाता , यही वजह है कि शासन प्रशासन ने उन्हे सुविधा देने आरटीई की व्यवस्था की है . मगर इसमें भी कुछ कारणों की वजह से पालको को परेशानी हो रही और उनके बच्चों के भविष्य पर खतरे के बादल मंडरा रहे है ,
जिसका एक उदाहरण रिसाईपारा निवासी पालक शेख नाशिमुद्दीन है . उसने बताया कि वह अपने 3 वर्षीय पुत्र शेख मो.अरकान की कक्षा नर्सरी में शिक्षा के लिए आरटीई के लिए आवेदन किया था . 2 मई को लॉटरी खुली उसमें उसके पुत्र का नाम भी गया था .
अब उसे आगे की कार्यवाही के लिए 12 मई को बुलाया गया था . जब वह 12 मई को संबंधित स्कूल पहुंचा तो उसे कह दिया गया कि उसके पुत्र का नाम कट गया है . यह सुनकर पिता सकते में आ गया… उसने स्कूल से इस सम्बन्ध में सवाल किया तो उन्हें जवाब मिला की उपर से त्रुटी हुई है इसके हम जिम्मेदार नहीं है कह कर पिता को वापस लौटा दिया गया… अब पिता बेटे के दाखिले के लिए परेशान लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे है… लेकिन अभी तक उन्हें कोई संतोषप्रद जवाब नही मिला है…न ही उनके पुत्र के स्कूल में दाखिले का रास्ता साफ़ हो रहा है…
जबकी नाजिम का कहना है कि वह अब तक कलेक्टर से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी के अलावा अन्य दफ्तरो के भी चक्कर लगा चुका है . उसके समझ में ये नहीं आ रहा , जब उसके पुत्र का नाम आ गया था , तो फिर कट कैसे गया , जबकी उसके पास , उसके नाम के सारे दस्तावेज भी मौजूद है . इस संबंध में जब जिला शिक्षा अधिकारी टीके साहू से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि इस मसले पर ज्यादा कुछ बोल पाना मुश्किल है बच्चे के दस्तावेज उपर डीपीआई भेजे गये है , रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा कि क्या त्रुटि हुई है ।
