रायपुर। दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की ओर से दिवंगत विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी उम्मीदवार होंगी। बस्तर में लोकसभा चुनाव के मतदान से दो दिन पहले 9 अप्रैल को नक्सलियों के आइईडी ब्लास्ट में भीमा मंडावी की मौत हो गई थी। लोकसभा चुनाव में व्यस्तता के कारण भाजपा के कई आला नेताओं ने भीमा के परिजनों से मुलाकात नहीं की थी। अब भाजपा के 11 विधायकों का प्रतिनिधिमंडल बस्तर के लिए रवाना हुआ।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के नेतृत्व में रवाना हुए प्रतिनिधिमंडल में विधायक अब भीमा मंडावी के परिजनों से मुलाकात करके चुनाव लड़ने की मंशा को जानेंगे। ओजस्वी मंडावी की सहमति मिलने के बाद पार्टी उनको उम्मीदवार बना सकती है। भीमा की मौत के बाद ओजस्वी उस समय चर्चा में आई, जब वे अपने पति के अंतिम संस्कार कार्यक्रम के बाद मतदान करने गई। उनकी इस पहल की देशभर में सराहना हुई थी।
बताया जा रहा है कि भाजपा विधायक मंगलवार को दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन के बाद भीमा के परिवार के सदस्यों से मिलेंगे। विधायक बृजमोहन अग्रवाल, नारायण चंदेल, केएम बांधी सहित 11 विधायक रवाना हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर चुनावी दौरे में होने के कारण दंतेवाड़ा नहीं गए हैं। बस्तर की 12 विधानसभा सीट में भाजपा की सिर्फ दंतेवाड़ा सीट पर जीत हुई थी।
लोकसभा के परिणाम के बाद कुछ सीटों पर हो सकता है उपचुनाव
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में किसी भी विधायक को टिकट नहीं दिया था, लेकिन कांग्रेस ने अपने चार विधायकों पर लोकसभा चुनाव में दांव खेला है। बस्तर से दीपक बैज, महासमुंद से धनेंद्र साहू, रायगढ़ से लालजीत राठिया और सरगुजा से खेलसाय सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इन चार में से जो भी विधायक लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करता है, उसकी सीट पर उपचुनाव होगा। उम्मीद की जा रही है कि सभी सीट पर निर्वाचन आयोग एक साथ उपचुनाव कराएगा।
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