नई दिल्ली : भोपाल लोकसभा सीट से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के हारने की सूरत में जल समाधि लेने का दावा करने वाले बाबा वैराग्यनंद गिरी महाराज उर्फ मिर्ची बाबा को समाधि लेने की अनुमति नहीं मिली है। उन्होंने 13 जून को भोपाल के कलेक्टर तरुण कुमार पिथोड़े को पत्र लिख 16 जून को समाधि लेने की अनुमति मांगी थी।
दिग्विजय सिंह को जिताने के लिए मिर्ची यज्ञ करते वक्त वैराग्यनंद ने ऐलान किया था कि अगर वह भोपाल सीट से चुनाव नहीं जीते तो वह (वैराग्यनंद) जल समाधि ले लेंगे। चुनाव परिणाम आने के बाद उनका यह वीडियो वायरल हो गया था। दिग्विजय को भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने साढ़े तीन लाख से अधिक मतों से हराया है।
पत्र में कहा :
वैराग्यनंद के अधिवक्ता माजिद अली ने बताया, ‘आवेदन में बाबा वैराग्यनंद ने लिखा है कि हालिया लोकसभा चुनाव के दौरान भोपाल संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के पक्ष में कांग्रेस का प्रचार करते हुए मैंने उनके विजय की कामना के लिए एक यज्ञ करते हुए संकल्प लिया था कि अगर उनको भोपाल संसदीय चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा तो मैं हवनकुंड में ब्रह्मलीन समाधि लूंगा।’
पत्र पर अधिवक्ता के हस्ताक्षर :
इस पत्र पर अधिवक्ता अली ने हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें वैराग्यनंद ने हस्ताक्षर करने के लिए अधिकृत किया है। अली भोपाल जिला न्यायालय में निजी वकालत करते हैं।