भोपाल : भोपाल लोकसभा सीट की भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर शनिवार को आरोप लगाया कि वह (कमलनाथ) 1984 के सिख दंगों में शामिल थे. प्रज्ञा मालेगांव बम धमाकों की आरोपी हैं और वर्तमान में जमानत पर हैं।
साध्वी प्रज्ञा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि 1984 में (दिल्ली में) सिख दंगे हुए थे. इन दंगों के लिए दोषी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने बैठे हैं.
कमलनाथ पर निशाना जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि किस नैतिकता के आधार पर कह रहे हैं कि साध्वी का अंत क्या है. साध्वी के अंत की बात न करें. साध्वी का आदि और अंत क्या होता है, आप इससे अनभिज्ञ हैं. प्रज्ञा ने कहा कि अपने भ्रष्टाचारी जीवन में ईश्वर आपको (कमलनाथ) जो भी गति दे दे, लेकिन साध्वी के अंत के प्रति फिक्र मत करिये.
उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व को आतंकवाद कहने वाले जो लोग हैं, वे देश विरोधी लोग हैं, सैन्य विरोधी लोग हैं, धर्म विरोधी लोग हैं, हिन्दुत्व विरोधी लोग हैं एवं समाज की अखंडता के विरोधी लोग हैं. प्रज्ञा ने कहा कि वो अपने अंत की चिंता कर लें और अपने हश्र की चिंता कर लें.
मालेगांव बम धमाकों में 9 वर्षों तक जेल में मिली प्रताड़ना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि षड्यंत्रकारी किस हद तक जाते हैं. 9 साल तक जो मैंने झेला है, इनाम जो आया, वह आपके सामने है. मुझे जांच एजेंसी के द्वारा क्लीन चिट दी गयी, लेकिन 9 साल तक इन्होंने जो मुझे अंदर रखा, मेरे जीवन के 9 साल और ऊर्जावान साल वह खत्म हो गये.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुंबई आतंकी हमलों में शहीद हुए एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे के खिलाफ प्रज्ञा द्वारा दिये गये विवादित बयान पर शुक्रवार को कहा था कि मैं प्रज्ञा ठाकुर के बयान की निंदा करता हूं. उन्होंने जो कहा है, वह हमारे जितने भी वर्दी में बल हैं, उनका अपमान है. अगर यही शुरुआत है, तो मैं सोचता हूं कि प्रज्ञा का क्या अंत होगा.
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