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मानसिक रुप से विकृत लोगों पर सामाज कल्याण विभाग का ध्यान नही – अरुण पाण्डेय्


कोण्डागांव: अवगत होकि समाज में मानसिक रुप से विकृत व असहाय लोगों के लिये विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है.
परंतु इन सबके बावजूद राज्य के लगभग प्रत्येक शहरों में असहाय व मानसिक रुप से विकृत जन बस स्टेण्ड, रेल्वे स्टेशन व अन्य स्थानों पर दिखते ही रहते हैं।

शिवसेना के युवानेता अरुण पाण्डेय् ने छत्तीसगढ़ सरकार के समाज कल्याण विभाग से इस संबंध में जवाब मांगा हैकि आखिरकार समाज में असहाय लोगों के लिए बने तमाम योजनाएं क्या सिर्फ सरकारी कागजों के पन्ने भरने के लिये मात्र बनाये गये हैं।
विभाग के मंत्री व प्रदेश के मुखिया को अगर चुनाव प्रचार कार्य से फुरसत मिल गई हो तो छत्तीसगढ़ राज्य में व्याप्त सनाजिक कुरीतियों व असहाय मानसिक रुप से विकृत जनों के लिये सुधारात्मक कार्य के बारे में भी सोच लेवें।
शिवसेना नेता अरुण पाण्डेय् ने स्थानीय प्रशासन से अनुरोध किया हैकि शहर में वुचरण करने वाले मानसिकरुप से विकृत लोगों की पहचान कर उनके चिकित्सा व घर वापसी हेतु पहल किया जावें.
अवगत होकि शिवसेना के युवानेता अरुण पाण्डेय् सदैव अपने आक्रामक रुप के लिये प्रदेश में जाने जाते हैं परंतु समाज में व्याप्त समाजिक कुरितियों व जनसमस्याओं पर भी आवाज बुलंद करते दिखते रहते हैं।
अवगत होकि श्री पाण्डेय् मई माह से जुलाई माह तक मोटरसाइकिल पर हाइ लगातार राज्य के ग्रामीण अंचल के भ्रमण पर निकले हुये हैं उन्होने छत्तीसगढ़ राज्य मके कोण्डागांव शहर में जब मानसिक रुप से विकृत व्यक्तियों को सार्वजनिक स्थानों पर भटकते देखा तो प्रथम दृष्टी में उनके भोजन‌ पानी की व्यवस्था उपरांत तत्काल राज्य की सरकार को इस संदर्भ में ध्यानाकर्षण हेतु पत्र लिखकर सुचित किया इस संबंध में कोण्डागांव में मानसिक रुप से‌ विकृत लोगों कि विडियों व तस्वीर उन्होने अपने फेसबुक अकाउंट पर भी इस आशा के साथ शेयर किया है, ताकि यदि उनके परिजन तक समाचार पहुंच सकें व वे अपने परिवार तक पहुंच सकें.

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