नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आने में अब एक ही दिन शेष है. 23 मई की सुबह से ही वोटों की गिनती का काम शुरू हो जाएगा और कुछ ही घंटों साफ हो जाएगा कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा. मतगणना से पहले आए एग्जिट पोल से बीजेपी के खेमे में जहां खुशी का माहौल है तो वहीं विपक्ष एक बार फिर लामबंद होता दिखाई दे रहा है. ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर मंगलवार को 19 विपक्षी दलों ने दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में बैठक की. इन सबके बची कई जगहों से खबर आ रही है कि ईवीएम को मतगणना स्थल तक पहुंचाने में गड़बड़ी और उनका दुरुपयोग किया गया है. इन खबरों को देखते हुए चुनाव आयोग ने साफ किया है कि ईवीएम को लेकर जो भी बातें की जा रही हैं वह तथ्यात्मक रूप से गलत हैं. चुनाव आयोग ने कहा मतदान में प्रयोग की गई EVM-VVPAT मशीनें स्ट्रांग रूम में पूरी तरह सुरक्षित हैं.
निर्वाचन आयोग ने कहा कि मशीनों को मतगणना केंद्र तक ले जाने में और उनके रखरखाव में गड़बड़ी की शिकायत आने के बाद इस संबंध में संबद्ध राज्यों के जिला निर्वाचन अधिकारियों से तत्काल रिपोर्ट मांग ली गई थी. जांच में पता चला है कि जिन मशीनों के बारे में शिकायत दर्ज कराई जा रही है उनका इस्तेमाल चुनाव के दौरान नहीं किया गया है. ये वो मशीने हैं जो रिजर्व में मंगाई गई थीं. इन मशीनों का इस्तेमाल मतदान में किया ही नहीं गया था. मतदान के दौरान ईवीएम में तकनीकी खराबी होने पर उन्हें रिजर्व मशीनों से बदला जाता है.
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में चुनाव आयोग से ईवीएम के मुद्दे पर शिकायत करने का फैसला लिया गया. इस संबंध में सभी दल मार्च करते हुए चुनाव आयोग के दफ्तर निर्वाचन सदन का रुख करने वाले थे, लेकिन इसके बाद ख़बर मिली कि सुरक्षा कारणों से मार्च रद्द कर दिया गया है. बैठक में कांग्रेस से अहमद पटेल, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद व अभिषेक मनु सिंघवी, माकपा से सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओब्रायन, टीडीपी से चंद्रबाबू नायडू, आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, सपा से रामगोपाल यादव, बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा व दानिश अली, द्रमुक से कनिमोई, राजद से मनोज झा, राकांपा से प्रफुल्ल पटेल व माजिद मेमन और कई अन्य पार्टियों के नेता शामिल हुए.