नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत के मामले में उसकी पत्नी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रोहित शेखर गुप्ता की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने अपूर्वा शुक्ला तिवारी से तीन दिन तक पूछताछ की थी. रोहित शेखर की 16 अप्रैल को कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव रंजन ने बताया, ‘वैज्ञानिक सबूतों और एफएसएल रिपोर्ट की मदद से हमने अपूर्वा को गिरफ्तार किया. उसने अपने पति की हत्या करने की बात को स्वीकार लिया है. उसने शादीशुदा जिंदगी में खुश न होने को इसका कारण बताया है.’ अधिकारी ने कहा कि मामले की शुरुआत में अपूर्वा ने क्राइम ब्रांच की टीम को भटकाने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा, ’16 अप्रैल को रोहित के कमरे में घुसकर उसने वारदात को अंजाम दिया. बाद में सबूतों को मिटा दिया. डेढ़ घंटे के अंदर सारे काम किए गए थे.’
अपूर्वा से इस मामले में गत रविवार से पूछताछ की जा रही थी. वह लगातार अपने बयान बदल रही थी जिससे पुलिस को उस पर संदेह हुआ. रोहित की मां उज्ज्वला ने रविवार को अपनी बहू अपूर्वा और उसके परिवार पर लालची होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वे पारिवारिक संपत्ति हड़पना चाहते थे. उन्होंने पहले कहा था कि दंपति के बीच शादी के पहले दिन से ही झगड़े हो रहे थे.
पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि सोमवार(15 अप्रैल) को उत्तराखंड से लौटते वक्त रोहित ने अपनी रिश्ते की भाभी कुमकुम के साथ शराब पी थी। अपूर्वा को कुमकुम और रोहित के रिश्तों पर शुरू से शक था। इस पर जब वह घर पहुंचा तो अपूर्वा ने उससे पूछा कि तुमने किसके साथ शराब पी। तो रोहित ने जवाब दिया कुमकुम के साथ, इस पर अपूर्वा को बहुत गुस्सा आया।
इसी बात को लेकर रोहित और अपूर्वा में काफी झगड़ा भी हुआ। फिर रात में करीब एक बजे अपूर्वा रोहित के कमरे में गई और उससे काफी झगड़ा किया। दोनों के बीच बहस इतनी बढ़ी कि अपूर्वा ने एक हाथ से रोहित का गला दबाया और एक हाथ से उसका मुंह दबा दिया। इसी सब में रोहित की मौत हो गई।
इस तरह पुलिस के दावों से यह काफी हद तक साफ होता है कि रोहित की हत्या जागते वक्त की गई थी और वह भी तकिए से मुंह दबाकर नहीं बल्कि हाथ से गला और मुंह दबाकर की गई।
पुलिस ने जानकारी दी है कि अपूर्वा ने अकेले ही इस वारदात को अंजाम दिया, इसमें उसके साथ कोई और शामिल नहीं था।
पहले कहा गया था कि रोहित तिवारी की मौत हार्ट अटैक या ब्रेन हेमरेज की वजह से हुई है. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनकी मौत नहीं हुई, बल्कि हत्या की गई है. रिपोर्ट में बताया गया कि उनकी हत्या कथित तौर पर मुंह दबाकर की गई है.
बता दें, रोहित शेखर की मां ने कहा था कि शेखर के अपनी पत्नी के साथ संबंध मधुर नहीं थे और वह अपने राजनीतिक करियर के आगे नहीं बढ़ने को लेकर परोक्ष तौर पर परेशान थे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शेखर हाल ही में उस जगह पर गये थे जहां उनके पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एन डी तिवारी का अंतिम संस्कार किया गया था. शेखर की मां उज्ज्वला ने कहा था, ‘यह बेहद चौंकाने वाला है कि मेरे बेटे की हत्या हुई थी. मैं क्या कहूं? रोहित को क्यों नहीं जगाया गया जब वह (मंगलवार को) शाम चार बजे तक सोया रहा?’
उन्होंने कहा कि शेखर और उनकी पत्नी के बीच संबंध बेहतर नहीं थे और ‘शादी के पहले दिन से दोनों के बीच अनबन रहती थी.’ शेखर और उनकी मां 11 अप्रैल को अपना वोट डालने के लिए हलद्वानी गए थे. उन्हें 12 अप्रैल को दिल्ली आना था लेकिन उन्होंने तब अपनी योजना बदल दी जब रोहित ने कहा कि वह ‘अपने लोगों से मिलना चाहते हैं.’ उज्ज्वला ने याद किया, ‘शेखर ने कहा कि वह अपने लोगों से मिलना चाहता है और उस स्थान…चित्रशिला घाट (रानीबाग) पर जाना चाहता है जहां उनके पिता का अंतिम संस्कार किया गया था. घाट जाने के बाद वह नीम करोली बाबा के आशीर्वाद के लिए गया था.’
शेखर के ससुर ने कहा था, ‘मेरी पुत्री ऐसा कुछ नहीं कर सकती. जब मुझे उनकी (शेखर) मृत्यु के बारे में पता चला, मैं यहां आया. पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही हमें पता चल जाएगा कि उनकी मृत्यु कैसे हुई.’