
नई दिल्ली: कांग्रेस के साथ अमेठी के दशकों के लंबे रिश्ते को खत्म करते हुए, स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की. ईरानी ने ऐसी लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की है जो गांधी परिवार का गढ़ माना जाता था. यहां से किसी भी नेता के लिए राहुल गांधी को हराना लोहे के चने चबाने जैसा था. इस बार आखिर स्मृति ईरानी की मेहनत रंग लाई. जब वो 468514 वोट पा चुकीं थी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से आगे चल रही थी तभी राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर हार स्वीकार कर ली थी.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में ईरानी की यह जीत ऐतिहासिक है जिसे शायद ही कोई भूल पाए. अमेठी में ईरानी की जीत को लोकसभा चुनाव 2019 का सबसे बड़ा उलटफेर भी कहा जा सकता है. स्मृति जब राहुल गांधी से वोटो की गिनती में आगे चल रहीं थी तभी उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए हिन्दी कवि दुषियंत कुमार की एक लाइन लिखी, ‘कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता’ भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले टीवी सीरियल्स की एक अभिनेत्री से राजनेता बनने के बाद अमेठी की सड़कों पर अथक परिश्रम के बाद जो सफलता पाई यह बताने के लिए काफी है कि ईरानी ने वहां की जनता में हर एक को जीता है.
Union Min Smriti Irani: I'm happy that Rahul ji has expressed faith in PM’s leadership. The people of Amethi have shown their faith in us through votes&I'm thankful to them. I've been working with them for 5 yrs after I lost,now I'll again serve them,but this time after winning. pic.twitter.com/HtlZOJzUTr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 23, 2019
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में जीत के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि राहुल गांधी जी ने पीएम के नेतृत्व में विश्वास जताया है. अमेठी के लोगों ने वोट देकर मुझ पर विश्वास दिखाया है, जिसके लिए मैं वहां की जनता की शुक्रगुजार हूं. मैं चुनाव हारने के बाद भी अमेठी की जनता के साथ पिछले 5 सालों से काम कर रही हूं. इस जीत के साथ ही मुझे अब एक बार फिर से उनकी सेवा का अवसर मिलेगा.
