नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इस बार 2014 से भी बड़ी और ऐतिहासिक जीत दर्ज की। जिसके बाद अब देश की जनता की नजर प्रधानमंत्री के शपथग्रहण से लेकर कैबिनेट गठन पर है। अपने दम पर फिर से बहुमत हासिल करने के कारण पीएम मोदी पर मंत्रिमंडल का स्वरूप तय करने को लेकर कोई दबाव नहीं होगा। प्रचंड जनादेश ने सहयोगियों द्वारा दबाव डालने की संभावना पहले ही खत्म कर दी है।
भाजपा की इस बड़ी जीत के बाद मोदी कैबिनेट के कई मंत्रियों के मंत्रालय बदले जा सकते हैं। वहीं जीत में अहम भूमिका निभाने वाले नेताओं को अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। प्रधानमंत्री के पद के बाद गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय जैसे अहम मंत्रालयों पर सबकी नजर रहती है कि यहां किसे जगह मिलेगी।
वही कार्यकाल पूरा होने के कारण पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सरकार का अंग बन सकते हैं। ऐसे में उनकी जगह नये चेहरे को संगठन की कमान मिलना तय है। शाह को मंत्रिमंडल में शामिल करने के बावजूद मोदी परोक्ष तौर पर संगठन की देखरेख का जिम्मा देंगे। वैसे इस पद के लिए फिलहाल केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का नाम आगे चल रहा है।
यह पहला मौका है जब कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोगों ने मोदी को दोबारा पीएम बनाने के लिए वोट दिया। दिग्गज मंत्रियों राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी के पुराने मंत्रालयों में भी बदलाव किया जा सकता है। पीयूस गोयल ने मोदी सरकार के अंतरिम बजट के दौरान वित्त मंत्री की भूमिका निभाई थी। ऐसे में संकेत मिल रहे हैं कि गोयल को वित्त मंत्रालय सौंपा जा सकता है और जेटली के स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें राज्यमंत्री बनाया जा सकता है।