श्रीलंका में छापेमारी के दौरान फिदायीन ने खुद को उड़ाया,15 की मौत
कोलंबो। श्रीलंका पुलिस ने सीरियल ब्लास्ट से जुड़े संदिग्धों के खिलाफ ऑपरेशन तेज कर दिया है। शनिवार को सुरक्षाबलों ने बट्टीकलोआ में सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन आईएस और नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) से जुड़े ठिकानों पर छापे मारे। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की। एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा भी लिया। इसमें 15 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 6 बच्चे और 3 महिलाएं शामिल हैं। 21 अप्रैल को श्रीलंका में हुए 8 धमाकों में 253 लोग मारे गए थे। उनमें 10 भारतीयों समेत 39 विदेशी नागरिक भी शामिल थे।
श्रीलंका पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि घटनास्थल से 15 शव मिले हैं। इनमें चार संदिग्ध आत्मघाती हमलावर भी मारे गए हैं। इसके अलावा तीन अन्य लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा श्रीलंका के सम्मनथुराई शहर में भी सुरक्षाबलों और आतंकियों में मुठभेड़ हुई। इसमें दो आतंकी मारे गए। एक आम नागरिक की भी मौत हुई। 20 और लोगों को हिरासत में लिया गया है।
आतंकियों के ठिकानों से पुलिस को मिले झंडे और ड्रोन
बट्टीकलोआ में ही एक और ठिकाने पर छापेमारी के दौरान पुलिस को इस्लामिक स्टेट के झंडे, मिलिट्री की वर्दी, सुसाइड जैकेट, 150 जिलेटिन की छड़ें, हजारों स्टील पैलेट और ड्रोन कैमरे मिले। शुक्रवार शाम को ही सुरक्षा परिषद की बैठक में अधिकारियों ने फैसला लिया था कि आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक खतरा पूरी तरह हट नहीं जाए।
आतंकियों की खोज में जुटे 10 हजार से ज्यादा सैनिक
श्रीलंका में सीरियल ब्लास्ट के बाद से ही करीब 10 हजार सैनिक आतंकी ठिकानों पर छापेमारी में जुटे हैं। अब तक करीब 100 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। इसमें पाकिस्तानी नागरिकों का एक समूह भी शामिल है। राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने शुक्रवार को कहा था कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े 140 संदिग्धों की खोज की जा रही है।
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