रायपुर . स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव रविवार शाम अचानक अंबेडकर अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर वहां के वार्डों का जायजा लिया।
इस दौरान अस्पताल मे अस्त-व्यस्त रखीं कुर्सियां सिंहदेव ने खुद ही जमा दी। स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सकों पर नाराजगी भी जताई और कहा कि अंबेडकर अस्पताल में अभी 650 बिस्तर आैर होने चाहिए यानि यहां की व्यवस्था सुधारने के लिए छह जिला अस्पतालों की जरूरत है।
आचार संहिता समाप्त होते ही स्वास्थ्य मंत्री एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने रायपुर के जिला अस्पताल, मोवा के वेलनेस सेंटर आैर अंबेडकर पहुंचकर वहां की व्यवस्था का जायजा लिया। सिंहदेव ने कहा कि अंबेडकर अस्पताल में मरीजों की संख्या इतनी अिधक है कि वार्ड ठसाठस हैं। वहां की व्यवस्था सुधारने की जरूरत है क्योंकि यहां इलाज के लिए प्रदेश भर से लोग आते हैं।
भाजपा नेता श्रीचंद सुंदरानी ने डीके हॉस्पिटल में 5 महीने में 1000 मरीजों की मौत का आरोप लगाया है। उसने सरकार से जानना चाहा है कि राजनीति का अखाड़ा बना दिए गए इस अस्पताल में मरीजों की मौत का जिम्मेदार कौन है?
उसने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफे की मांग की।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक की हैसियत से मैं डीकेएस हॉस्पिटल जाकर लगातार निरीक्षण करता रहता था। कभी मरीजों के इलाज में कोई लापरवाही की शिकायत सामने नहीं आई। शासन में बदलाव के बाद दिसंबर में डीकेएस हॉस्पिटल में मृत्यु दर 25.6, जनवरी में 20.3, फरवरी में 29.4, मार्च में 32.8, अप्रैल में 29.8 पहुंच गई। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि देश के गरीबों के लिए 5 लाख रुपए तक इलाज के लिए भाजपा की केंद्र सरकार ने आयुष्मान योजना लागू कर रखी है, लेकिन कांग्रेस सरकार बनते ही गरीबों की जान से खिलवाड़ करना शुरू किया गया।
ब्लड बैंक भी जल्द : सिंहदेव ने कहा कि गर्मी आैर पानी की समस्या से निपटने के लिए वहां पर व्यापक इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। वहां ब्लड बैंक भी जल्द खोले जाने के निर्देश दिए गए हैं। मरीजों को तकलीफ न हो इसके लिए चिकित्सकों से कार्ययोजना मांगी है।