नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नामित किए गए वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने रविवार को कहा कि यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनकी पार्टी (वाईएसआर कांग्रेस) 2.58 लाख करोड़ रुपये कर्ज के बोझ तले दबे राज्य को विशेष दर्जा देने के लिए सिर्फ अनुरोध कर सकी और मांग नहीं कर सकी। दरअसल, लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग को प्रचंड बहुमत मिला है।
रेड्डी ने कहा कि यह वाईएसआर कांग्रेस के लिए ”अद्भुत क्षण होता, यदि राजग ने केवल 250 सीटें जीती होती लेकिन लोकसभा चुनाव में उसे (राजग को) 353 सीटें मिली। उन्होंने कहा, ”इसलिए उन्हें (सरकार बनाने के लिए) हमारी जरूरत नहीं है, वे मजबूत हैं।” वहीं, आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा और लोकसभा चुनावों में रेड्डी की पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की है। रेड्डी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से आंध्र प्रदेश के लोगों के प्रति ”उदार” होने का अनुरोध किया।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की और इस मुद्दे पर उनका समर्थन मांगा। 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित मोदी के आवास पर बैठक के बाद रेड्डी ने पत्रकारों से कहा, ”आज, हम यह (विशेष श्रेणी का दर्जा) प्राप्त नहीं कर सके हैं। हमें किसी की कृपा पर निर्भर होना है लेकिन मैं उन्हें (मोदी) बार-बार याद दिलाऊंगा कि किसी दिन चीजें बदल जाएंगी।”
रेड्डी ने कहा, ”…लेकिन हां, हमने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें बताया कि हमारे लिए विशेष श्रेणी का दर्जा इतना महत्वपूर्ण क्यों है।” उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि कर्ज के बोझ तले दबे इस राज्य के लिए विशेष राज्य का दर्जा एक ”संजीवनी” की तरह है क्योंकि आंध्र प्रदेश को धन की जरूरत है। राज्य को कुशलता से चलाने के लिए प्रधानमंत्री के समर्थन की जरूरत है।
रेड्डी ने कहा, ”आज, राज्य पर कर्ज का बोझ बहुत अधिक है। जब राज्य का विभाजन हुआ था तो इस पर कर्ज 97,000 करोड़ रुपये था। पिछले पांच वर्षों में, हमारा ऋण 2.58 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ गया है। हमारी ब्याज अदायगी ही 20,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष है।” उन्होंने कहा कि वह खुश है कि प्रधानमंत्री ने उन्हें धैर्य के साथ सुना। रेड्डी ने कहा, ”उन्होंने उनकी सभी बातें सुनीं और वह सकारात्मक थे। यह अच्छा संकेत है। यहां से, हम उम्मीद कर रहे है कि चीजें अच्छे ढंग से सकारात्मक रूप में सामने आयेगी।
उल्लेखनीय है कि विशेष राज्य का दर्जा वाईएसआर कांग्रेस की अहम मांग है। रेड्डी ने अपने चुनाव प्रचार में कहा था कि वह राष्ट्रीय स्तर पर उस पार्टी को अपना समर्थन देंगे, जो आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वायदा करेगी। रेड्डी ने यह भी उल्लेख किया कि ”उन्होंने भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात की और राज्य की इस प्रमुख मांग के लिए उनका समर्थन मांगा।” उन्होंने कहा कि वह आंध्र प्रदेश में पोलावरम सिंचाई परियोजना पूरा करेंगे, अगर कोई घोटाला हुआ तो जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि नई राजधानी अमरावती के निर्माण और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा शुरू की गयी परियोजनाओं में यदि कोई घोटाला हुआ है, तो उसकी जांच कराएंगे।
वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने 30 मई को विजयवाड़ा में मुख्यमंत्री के रूप में अपने शपथग्रहण कार्यक्रम में आने का मोदी को न्योता दिया। रेड्डी ने आंध्र भवन के अधिकारियों से भी मुलाकात की। शनिवार को उन्हें सर्वसम्मति से पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया था। गौरतलब है कि रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस को आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में 175 सीटों में 151 पर और लोकसभा की 25 सीटों में से 22 सीटों पर जीत मिली है।