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देश का विभाजन नेहरू ने नहीं, जिन्ना व सावरकर ने किया- भूपेश

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में सोमवार को नेहरू की पुण्यतिथि पर आयोजित व्याख्यान का उद्धाटन करते हुए कहा कि विभाजन का बीजारोपण जिन्ना और सावरकर ने किया, जिसे पूरा करने का काम जिन्ना ने किया। उन्होंने कहा कि पं. जवाहरलाल नेहरू देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार नहीं है।

श्री बघेल ने कहा कि 1962 में नेहरू ने अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र खोला, जिसके कारण आज 104 सेटेलाइट एक साथ छोड़े जा रहे हैं। उन्होंने उनकी पुस्तक भारत एक खोज की चर्चा करते हुए कहा कि इस पुस्तक को पढ़ने से स्पष्ट होता है कि वो किस तरह का भारत चाहते थे। श्री बघेल ने कहा कि नेहरूजी संकुचित राष्ट्रवाद नहीं चाहते थे। जिसमें पड़ोसी राज्य को कुचल दें, बहुत से लोग देश के बंटवारे में नेहरू जी को दोषी मानते हैं, जबकि इसके लिए जिन्ना ही दोषी थे। नेहरूजी धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की कल्पना करते थे। वे भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संरक्षण में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे थे। उन्होंने कहा कि हम नेहरू को याद करते हैं तो उनके सपनों को भी याद करते हैं। परमाणु रिसर्च सेंटर, भिलाई स्टील प्लांट, भाखरा प्लांट की नींव भी पं. नेहरू ने रखी थी। आज जिस आधुनिक और सशक्त भारत की बात करते हैं। वह उनकी देन है।

रमन ने किया पलटवार, इतिहास पढ़े भूपेश

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इतिहास को फिर से पढ़ने की जरूरत है। कम ज्ञान में ज्यादा बोलना ठीक बात नहीं है। बड़ी पराजय के बाद आदमी सदमे में रहता है और इसी तरह की कुछ भी बातें बोलता है। वीर सावरकर ने देश को नहीं बांटा। हर भारतीय जानता है कि देश का बंटवारा किसकी देन है।

भाजपा ने कहा कि भारत विभाजन सहित कश्मीर जैसी जितनी भी समस्याएं आज भारत में हैं, उन सबका जिम्मेदार कौन है। भाजपा ने कभी भी किसी पर उंगली नहीं उठाई लेकिन जब हमारी विचारधारा के महापुरुषों पर राजनीतिक कारणों से देश के बंटवारे का बीजारोपण करने जैसे निकृष्ट आरोप लगाए जाएंगे तो हम इतिहास याद दिला देने के लिए विवश हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इतिहास पढ़ना चाहिए कि भारत के विभाजन की आधारशिला किसकी महत्वाकांक्षा के कारण रखी गई।

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