कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस के 2 विधायक और 50 पार्षद मंगलवार को भाजपा में शामिल हुए। इन सभी को बंगाल भाजपा नेता मुकुल रॉय दिल्ली लेकर पहुंचे, जहां पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में सभी ने सदस्यता ली। इनके अलावा माकपा विधायक तुषारकांति भट्टाचार्य भाजपा में शामिल हुए। विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा की सदस्यता लेने का यह पहला चरण था।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- जिस तरह प. बंगाल में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव हुए, उसी तरह भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने की प्रक्रिया भी 7 चरणों में होगी। आज तो बस पहला चरण था। आगे भी इस तरह से सदस्यता ग्रहण करने का सिलसिला जारी रहेगा।
50-60 नगर पालिकाओं पर भाजपा का कब्जा होगा
शुभ्रांशु को तृणमूल ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था। सूत्रों के मुताबिक, शुभ्रांशु के साथ हालीशहर के करीब 18 पार्षद, नैहाटी के 17 और कांचड़ापारा क्षेत्र के 14 पार्षद सोमवार शाम को ही दिल्ली पहुंच गए थे। मुकुल रॉय ने कहा, “मुझे लगता है कि अगले दो-तीन महीनों में भाजपा राज्य में 55-60 नगर पालिकाओं पर नियंत्रण हासिल कर लेगी।”
मोदी ने कहा था- दीदी के 40 विधायक सम्पर्क में हैं
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 मई को बंगाल के सेरमपुर में रैली की थी। इस दौरान मोदी ने कहा था कि दीदी (ममता बनर्जी), 23 मई को जब नतीजे आएंगे तब हर जगह कमल खिलेगा और आपके विधायक आपको छोड़ देंगे। दीदी, आज भी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं।
ममता सरकार पर नहीं पड़ेगा खास प्रभाव
पश्चिम बंगाल विधानसभा में कुल 295 में से तृणमूल के 211 विधायक हैं। इनके अलावा कांग्रेस के 44, माकपा के 26 और भाजपा के 3 विधायक हैं। इन तीन विधायकों के जाने से ममता सरकार पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। बहुमत के लिए 148 सीटें जरूरी होती हैं। राज्य में अगले विधानसभा चुनाव 2021 में होने हैं। हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की है। पिछली बार भाजपा को दो ही सीटें मिली थीं। वहीं, तृणमूल ने 22 सीटें जीती हैं।
