रायपुर : राजधानी में रविवार की रात पकड़ाये सेक्स रैकेट में चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। राजधानी का ये रैकेट मां-बेटे की जोड़ी संचालित किया करती थी। कमाल की बात ये है कि सालों से ये रैकेट संचालित हो रहा था, लेकिन पुलिस के कानों कान खबर तक नहीं पहुंची। इस पूरे मामले में महिला अपने घर में रैकेट संचालित किया करती थी। जबकि बेटा लड़कियों की तलाश करता था। इस रैकेट में वैसी लड़किया शामिल थी, जो गरीब थी और काम की तलाश किया करती थी।
आज राजधानी में इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा करते हुए डीएसपी अभिषेक महेश्वरी ने बताया कि मां-बेटे दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों में एक नाबालिग सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महिला का बेटा लड़कियों को प्यार में फसा कर इस धंधे में धकेला करता था आरोपी युवक का नाम मुकेश वर्मा है। ये लड़कियों को फेसबुक और शोशल नेटवर्किंग साइड में दोस्ती कर इन्हें दोस्ती का झांसा देकर मदद करने के नाम पर फंसाया करता था।
कबीर नगर थाना इलाके के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक मकान रविवार देर रात पुलिस ने छापा डाला। मौके पर एक नाबालिग समेत 3 लड़कियां, महिला दलाल और उसके बेटे को हिरासत लिया गया। महिला दलाल आशा वर्मा और बेटा मुकेश वर्मा मिलकर ये रैकेट ऑपरेट करते थे। मुकेश सोशल मीडिया के जरिए गरीब और साधारण परिवार की लड़कियों को प्रेम जाल में या काम दिलाने के नाम पर फंसाता था। उन्हें फंसाकर घर ले आता था। फिर उसकी मां ग्रहकों को ऑफर करती थी। इलाके में जब लोगों को इस बात की भनक लगी तो महिला और उसके बेटे की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जांच में पाया कि हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के उस मकान में गलत काम हो रहा है। फिर पुलिस ने रविवार देर रात रेड डाला।
इस मामले में ये अभी और भी जानकारी जुटाई जा रही है पकडे गए लोगों में सभी बहुत ही लोवर क्लास के है। ये सभी तीन से चार सालों से इस मामले में जुड़े हुए थे। करीब 30 से ज्यादा लोग इस मामले में जुड़े होने की सूचना है। सभी लोग दुर्ग सहित राजनांदगांव के रहने वाले है।