BREAKINGइंडियाराजनीती

पश्चिम बंगाल / एक और TMC विधायक समेत चार बड़े नेता हुए भाजपा में शामिल

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 में नुकसान पहुंचाने के बाद भारतीय जनता पार्टी लगातार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को झटके दे रही है। बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के विधायक मनिरुल इस्लाम ने बीजेपी ज्वाइन किया। कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में टीएमसी विधायक मनिरुल इस्लाम समेत टीएमसी नेता गदाधर हाजरा, मोहम्मद आसिफ इकबाल और निमाई दास ने भी बीजेपी का दामन थामा। इस तरह से देखा जाए तो टीएमसी छोड़कर में बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला जारी हो गया है, क्योंकि मंगलवार को बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि सात चरणों में टीएमसी नेताओं को वे पार्टी में शामिल कराएंगे।

इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में आतंक वाली राजनीति चल रही है। मैंने पहले भी कहा कि टीएमसी पार्टी के भीतर भी काफी अतंर्कलह है। दीदी के अहंकार के कारण वहां लोगों का दम घुट रहा है। इसलिए बड़ी संख्या में लोगों का विश्वास मोदी जी पर है. मोदी जी न सिर्फ बंगाल के अंदर शांति की स्थापना करेंगे, हिंसा समाप्त करेंगे बल्कि बंगाल का विकास करेंगे।

इससे पहले मंगलवार को ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो और सीपीएम के एक विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये थे। बीजेपी नेता मुकुल रॉय के बेटे और टीएमसी के निलंबित विधायक शुभ्रांशु समेत तृणमूल के तुषार भट्टाचार्य भी बीजेपी में शामिल हुए थे. इसके अलावा करीब 50 पार्षदों ने भी भाजपा का दामन थामा।

मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा ‘जिस तरीके से पश्‍च‍िम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुए उसी तरीके से यहां सात चरणों में लोगों को पार्टी में शामिल करवाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि 40 विधायक हमारे संपर्क में हैं और कभी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। आज उसका पहला चरण है।’

mitan bhoomi

समाचार से सम्बंधित किसी भी तरह के लिए साइट के कुछ तत्वों में उपयोगकर्ताओं के द्वारा प्रस्तुत सामग्री (समाचार/ फोटो/वीडियो आदि) शामिल होगी. मितान भूमि इस तरह के सामग्रियों के लिए कोई जिम्मेदार नहीं स्वीकार करता है. मितान भूमि में प्रकाशित ऐसी सामग्री के लिए संवादाता/खबर देने वाला स्वयं जम्मेदार होगा, मितान भूमि या उसके स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक, की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी. सभी विवादो का न्यायक्षेत्र रायपुर होगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button