रायपुर : डीजीपी डीएम अवस्थी की नेक पहल पर अस्पताल में बंधक बना महिला का शव परिजनों को मिल गया। मामला भिलाई का है, जहां मध्यप्रदेश के शहडोल से आयी एक बैगा महिला की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। बिल ना चुका पाने की सूरत में महिला का शव अस्पताल में बंधक बना लिया गया था। इस बात की जानकारी जब DGP डीएम अवस्थी को हुई, तो उन्होंने तुरंत इस बाबत दुर्ग आईजी को निर्देशित किया।
दरअसल शहडोल मप्र के बैगा आदिवासी केशव प्रसाद की पत्नी का इलाज के भिलाई के अस्पताल में चल रहा था। बर्न यूनिट में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी। बैगा आदिवासी केशव प्रसाद पहले ही अपनी पत्नी के ईलाज के लिये पूरी जमीन बेच चुका था और ईलाज के बाकी बचे बिल को चुकाने में असमर्थ था। इसी वजह से केशव को अस्पताल प्रबंधन शव ले जाने नहीं दे रहा था।
जब इसकी जानकारी डीजीपी डीएम अवस्थी को हुई तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुय दुर्ग आईजी हिमांशु गुप्ता को बैगा परिवार से मिलकर अस्पताल प्रबंधन से मिलने के निर्देश दिये गये। आईजी हिमांशु गुप्ता ने परिवार वालों से बात की, उसके बाद अस्पताल प्रबंधन से भी इस संबंध में बात की गयी।
जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने भी बैगा परिवार की सहायता करते हुये बचे 80 हजार रूपए का बिल माफ कर दिया अस्पताल प्रबंधन ने औपचारिकता पूरी करते हुये शव को परिजन को शौंप दिया। इस संपूर्ण कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित झा और निरीक्षक प्रमिला मण्डावी की भूमिका रही। डीजीपी के इस सराहनीय कार्य के लिये आदिवासी परिवार ने उनका आभार व्यक्त भी किया।