
नई दिल्ली : आम बजट पेश होने से पहले आम लोगों की सरकार से काफी ज्यादा उम्मीदें बढ़ जाती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को बजट पेश करने जा रही है। इस बार के बजट में पेट्रोल – डीजल के बढ़ते दामों को लेकर कुछ बड़ा ऐलान किए जाने की संभावना बतायी जा रही है।
खबर आ रही है कि इस बार बजट में पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में शामिल किया जा सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन दोनों ईंधनों पर जीएसटी लगाने का ऐलान कर सकती है।
साल 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में जीएसटी लागू करने का ऐलान किया था। ऐसा करने के पीछे का कारण था कि देश में वन नेशन वन टैक्स पॉलिसी लागू करना था। जीएसटी के लागू होने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि पेट्रोल, डीजल, नेचुरल गैस और एविएशन टरबाइन फ्यूल जैसे ईंधनों को भी जीएसटी के दायरे में लाया जा सकता है।
देश के सभी हिस्सों में ईंधनों पर एक्साइज ड्यूटी और VAT जैसे टैक्स लगाए जाते है। यदि पेट्रोल और डीजल जीएसटी के दायरे में आ जाए तो इससे इन पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के दाम घट सकते है। साथ ही देशभर में इनकी बढ़ती कीमत भी कंट्रोल हो सकती है।
इस बार के आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेट्रोलियम प्रोडक्टस को जीएसटी के दायरे में लाने का ऐलान कर सकती है, ऐसा करने पर ना सिर्फ पेट्रोल इंडस्ट्री को राहत मिल सकती है बल्कि इससे देश के आम लोगों को भी फायदा हो सकता है। एक्साइज ड्यूटी और वैट के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान पर पहुंच जाती है, इन प्रोडक्ट्स के जीएसटी के दायरे में शामिल होने के बाद सिर्फ एक ही टैक्स लगने के कारण इनकी कीमतें प्रभावित हो सकती है। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों ने पेट्रोल इंडस्ट्री के साथ ही आम लोगों को भी परेशान कर रखा था, अब इनके जीएसटी के दायरे में शामिल होने के कारण देश की जनता को कुछ राहत मिल सकती है।
