इंडिया

यूथ सभा 2047: युवाओं और नीति-निर्माताओं ने भारत के भविष्य पर किया मंथन

नई दिल्ली । नेक्स्ट जेनरेशन इंडिया फेलोशिप के तहत यूएन फाउंडेशन और काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू) ने नई दिल्ली में इंटर-जेनरेशनल टाउन हॉल ‘यूथ सभा 2047-शेपिंग इंडियाज फ्यूचर’ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के भविष्य को आकार देने के लिए युवाओं, नीति-निर्माताओं, और सोशल इंफ्लुएंसर्स को एक मंच पर लाना था। यह आयोजन यूएन के “अनलॉक द फ्यूचर कोएलिशन” द्वारा समर्थित नेशनल टाउनहॉल सीरीज का हिस्सा है, जो सितंबर में यूएन के समिट ऑफ द फ्यूचर से पहले दुनिया भर के युवाओं को जोड़ने का प्रयास कर रहा है।

भारत के जी20 शेरपा और नेक्स्ट जेनरेशन इंडिया फेलोशिप के सलाहकार अमिताभ कांत ने अपने वीडियो संदेश में युवाओं की शक्ति को रेखांकित करते हुए कहा, “भारत की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी 25 साल से कम उम्र की है, और मैं युवाओं में निवेश का पूर्ण समर्थक हूं। युवा जिज्ञासु, बहादुर, और नए प्रयोग करने वाले हैं और किसी भी काम में वे जबरदस्त ऊर्जा लेकर आते हैं। इनमें से अधिकांश युवा भारत के 100 वर्ष पूरे होने के गवाह बनेंगे।”

यूएन फाउंडेशन की प्रेसिडेंट और सीईओ, एंबेसडर एलिजाबेथ कजंस ने युवाओं को भारत के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, “देश की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में युवा एक अद्वितीय शक्ति हैं। एक सतत, समावेशी और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए उनकी आवाज और विचार अनिवार्य हैं।”

युवाओं की भूमिका पर विशेष जोर
अभिनेत्री और संयुक्त राष्ट्र महासचिव की एसडीजी एडवोकेट, दीया मिर्जा ने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर जोर देते हुए कहा, “संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) जीवन से जुड़े हैं। जलवायु परिवर्तन का संकट, प्रदूषण और जैव विविधता की हानि, धरती के ऐसे संकट हैं, जो अब अमूर्त शब्द नहीं हैं।”

संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर, शॉम्बी शार्प ने कहा, “भारत के पास इतिहास की सबसे बड़ी युवा पीढ़ी है और हमें इस हिस्से को पकड़ना होगा। युवाओं के विचारों और आकांक्षाओं को नीति निर्माण में शामिल करना एक शीर्ष प्राथमिकता है।”

यूथ सभा 2047 का महत्व
यूथ सभा 2047 ने 11 नेक्स्ट जेनरेशन इंडिया फेलो, छात्रों, नीति निर्माताओं, सरकारी अधिकारियों, नागरिक समाज के नेताकर्ताओं और राजनयिकों को एक मंच पर लाकर कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। इस सभा का मुख्य उद्देश्य 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए युवाओं के नेतृत्व में विभिन्न

रणनीतियों पर विचार करना था।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य डॉ. शमिका रवि, अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा, सीईईडब्ल्यू के सीईओ डॉ. अरुणाभा घोष, और यूएन यंग लीडर फॉर एसडीजी, रिचा गुप्ता भी शामिल रहीं।

डॉ. शमिका रवि ने कहा, “भारत में होनहार युवाओं के पास स्टार्ट-अप्स, विचार और आकांक्षाएं हैं। हमें उन्हें वास्तविकता से जोड़ने में मदद करनी होगी।”

नेक्स्ट जेनरेशन इंडिया फेलोशिप की लीड फेलो, प्राची शेवगांवकर ने कहा, “भारतीय युवा वैश्विक स्तर पर भविष्य को प्रभावित करने की एक अनोखी और शक्तिशाली स्थिति में हैं।”

कला और नवाचार का प्रदर्शन
इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ के कलाकार और नेक्स्ट जेनरेशन इंडिया फेलो, गुरजीत सिंह ने “फैब्रिक ऑफ द फ्यूचर” नामक एक विजनरी आर्ट इंस्टालेशन प्रस्तुत किया। यह कलाकृति युवाओं की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है और इसे भारत के विभिन्न क्षेत्रों से एकत्रित कपड़ों का उपयोग कर बनाया गया है।

यूथ सभा 2047, भारत के भविष्य को आकार देने के लिए युवाओं के महत्व को रेखांकित करने वाला एक प्रमुख मंच साबित हुआ है। यह पहल न केवल भारत के लिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर युवाओं की भूमिका को पहचानने और सशक्त बनाने का प्रयास है।

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