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डिप्टी सीएम शर्मा ने कवर्धा के स्वामी करपात्री स्कूल में स्मार्ट क्लास की शुरुआत की

इसी स्कूल से पूरी की थी मिडिल से लेकर हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई

रायपुर । महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर को उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने कवर्धा स्थित स्वामी करपात्री जी स्कूल में अत्याधुनिक स्मार्ट क्लास सिक्यूलेशन टेक्निक का शुभारंभ किया। इस स्कूल से उपमुख्यमंत्री शर्मा ने मिडिल से लेकर हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई पूरी की थी, और इस मौके पर उन्होंने अपने छात्र जीवन की पुरानी यादों को भी साझा किया।

स्मार्ट क्लास तकनीक से विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
इस स्मार्ट क्लास तकनीक के शुरू होने से स्कूल के मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी कक्षाओं के विद्यार्थियों को आधुनिक सुविधाओं के जरिए शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। विशेष रूप से विज्ञान जैसे जटिल विषयों को स्मार्ट क्लास की मदद से और अधिक प्रभावी ढंग से सिखाया जाएगा, जिससे छात्रों को कठिन अवधारणाओं को समझने में आसानी होगी। उपमुख्यमंत्री ने छात्रों के साथ स्मार्ट क्लास के महत्व और इसके उपयोग पर चर्चा की, जिससे उन्हें इस नई तकनीक का लाभ उठाने की प्रेरणा मिली।

सरकारी स्कूलों को आधुनिक बनाने के प्रयास
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि सरकारी स्कूलों के बच्चे भी निजी स्कूलों जैसी आधुनिक सुविधाओं का लाभ उठा सकें। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार सरकारी स्कूलों को आधुनिक बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।”

70 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की सुविधा
उपमुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों के तहत कबीरधाम जिले के 70 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। स्वामी करपात्री जी स्कूल इस योजना के तहत पहला स्कूल है, जबकि शेष स्कूलों में भी जल्द ही स्मार्ट क्लास की स्थापना का कार्य शुरू किया जाएगा।

पुरानी यादों का स्मरण
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने छात्र जीवन की यादें साझा करते हुए कहा, “जिस स्कूल में मैंने मिडिल से हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई की, वहाँ आज स्मार्ट क्लास जैसी आधुनिक सुविधा का शुभारंभ करते हुए मुझे गर्व हो रहा है। यह स्कूल मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा रहा है और यहाँ आकर मेरी पुरानी यादें ताजा हो गई हैं।”

उल्लेखनीय है कि उपमुख्यमंत्री शर्मा इस स्कूल के छात्र जीवन के दौरान शाला नायक रहे और उन्होंने विज्ञान वर्ग में अपनी पढ़ाई पूरी की थी। उनके इस प्रयास से सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए शिक्षा का स्तर और अधिक ऊँचा उठाने का अवसर प्राप्त होगा।

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