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विराट पर राजीव गांधी की यात्रा आफिशियल थी- त्रिवेदी

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार भारत रत्न राजीव गांधी के बारे में अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। वे स्व. राजीव गांधी के बारे में सार्वजनिक दुष्प्रचार कर रहे हैं कि उन्होंने निजी छुट्टी बिताने के लिये विमान वाहक पोत आईएनएस विराट का उपयोग किया था। मोदी जी के इस बयान के बाद रिटायर्ड एडमिरल एल रामदास और वाईस एडमिरल विनोद पसचीरा, आईएनएस विध्यगिरी, तब के कमांडिंग ऑफिसर एडमिरल अरूण प्रकाश और आईएनएस गंगा के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर वाइस एडमिरल मदनजीत ने स्पष्ट कर दिया है कि स्व. राजीव गांधी की यात्रा अधिकृत आफिशियल ट्रिप थी। उनके साथ कोई भी विदेशी मेहमान नहीं था। उनके निजी इस्तेमाल के लिये आईएनएस विराट या कोई भी पानी का जहाज इस्तेमाल नहीं किया गया।

शैलेश नितिन त्रिवेदी ने एक बयान में कहा कि अपने पांच साल के कार्यकाल की विफलताओं को छुपाने के लिये प्रधानमंत्री और उनकी रक्षामंत्री गलतबयानी कर रहे हैं। इसके पहले भी बोफोर्स मामले में दुष्प्रचार की नीयत से गलत बयानी की गई थी। स्व. राजीव गांधी की हत्या के 38 साल बाद बोफोर्स मामले में पूर्व प्रधानमंत्री के संदर्भ में प्रलाप किया जाना सुनिश्चित हार की बौखलाहट को उजागर करता है। दिल्ली उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट ने बोफोर्स मामले में राजीव जी की किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इंकार किया था। भाजपा की तत्कालीन अटल बिहारी बाजपेयी सरकार ने बोफोर्स की चार्जशीट से राजीव गांधी का नाम हटा कर सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किया था। स्वयं नरेन्द्र मोदी की सरकार ने 2014 में बदनीयती के उद्देश्य से जांच की समय सीमा को बढ़ा कर बोफोर्स मामले की जांच शुरू की लेकिन 2018 में उस पर भी सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आ गया। गांधी परिवार के खिलाफ जो उलजुलूल कथन सामने आ रहे हैं उसका जवाब 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आने के साथ मिल जाएगा।

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