रायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आने वाले चुनाव और संगठन को मजबूत करने के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है। इसमें विधानसभा घेराव के साथ ही खाद-बीज की कमी और कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरने की तैयारी है। कांग्रेसी इसे लेकर आंदोलन करेंगे। वहीं प्रकोष्ठ और मोर्चा की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं को दी जाएगी।
इससे पहले बैठक में कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा और लोकसभा में मिली हार को लेकर मंथन किया। मीटिंग में पूर्व CM भूपेश बघेल, पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, PCC चीफ दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत कई दिग्गज मौजूद रहे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की अध्यक्षता में हुई बैठक में दक्षिण विधानसभा उप चुनाव को लेकर फिलहाल कितने दावेदार हैं, उनमें चर्चित चेहरे कौन से हैं, किस दावेदार की क्षेत्र में कितनी पैठ है, इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई।
मोर्चा और प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी संभालेंगे वरिष्ठ नेता
बैठक खत्म होने के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज ने फैसलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आंदोलन में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। हर महीने वरिष्ठ नेताओं की बैठक होगी। उन्हें मोर्चा और प्रकोष्ठ की भी जिम्मेदारी दी जाएगी। बैज ने बताया कि संगठन में कसावट किस तरह लाई जाए, इसे लेकर भी रणनीति बनाई गई है। महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस को भी मजबूत करने पर मंथन हुआ है।
उप चुनाव से कांग्रेस को उम्मीद
रायपुर दक्षिण बीजेपी के लिए अजेय सीट मानी जाती है। 8 बार के विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को रायपुर लोकसभा सीट से शानदार जीत के बाद भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिली। ऐसे में चर्चा है कि इस बार इस सीट पर बीजेपी के लिए जीत की राह मुश्किल हो सकती है। कांग्रेस को उप चुनाव से इसीलिए उम्मीद है।
कल हुई बैठक में ये हुए फैसले
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश की कानून व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाएगी। आगामी विधानसभा उपचुनाव और नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस इन्हीं मुद्दों को लेकर सड़क से सदन की लड़ाई लड़ेगी। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस की दो मैराथन बैठकें हुईं, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए हैं।
जनहित के मुद्दों पर आंदोलन की रणनीति
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि जिलाध्यक्षों की बैठक में कानून व्यवस्था और जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर आंदोलन करने की रणनीति तैयार की गई है। इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भी चर्चा हुई। सुझाव के आधार पर रणनीति तैयार कर बड़ी लड़ाई लड़ेंगे।
कानून व्यवस्था के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे
बैज ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं, कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। अपराधियों में पुलिस का डर खत्म हो गया है। इसी तरह बिजली बिलों में बढ़ोतरी और कटौती लगातार जारी है। जनहित से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ कांग्रेस प्रदेश की कानून व्यवस्था के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी।
हार की जिम्मेदारी पर भी मंथन
कांग्रेस पार्टी को प्रदेश में बीते 10 महीने में 2 बड़े चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। बड़ी हार के बाद जिम्मेदारों पर हार की जिम्मेदारी तय हो सकती है। 2018 में 90 में से 69 सीट जीतकर सत्ता में आई कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव में सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गई थी, वहीं लोकसभा में महज एक सीट मिली।
साव बोले- जनता कभी कांग्रेस पर भरोसा करने वाली नहीं
कांग्रेस की बैठक को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को अपनी गतिविधियां करने का अधिकार है। कांग्रेस की अभी समीक्षा बैठक हुई। हम सब ने देखा कैसे एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप हुआ। फिर से बैठक कर रहे हैं, वहां भी यही होने वाला है। कांग्रेस ने जिस तरह छत्तीसगढ़ की जनता को धोखा दिया, छत्तीसगढ़ की जनता कभी कांग्रेस पर भरोसा करने वाली नहीं है।