श्रीसन फार्मा की लैब जांच रिपोर्ट आने तक सभी दवाइयों की खरीदी-बिक्री पर राज्य सरकार ने लगाई रोक

रायपुर। तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी के कफ सिरप कोल्ड्रिफ पीने से मध्यप्रदेश व राजस्थान में कई बच्चों की मौतें हुई है। फिलहाल श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी की दवाइयों के कारोबार पर प्रदेश में रोक लगा दी गई है। प्रदेशभर में कंपनी के अलग-अलग उत्पादों के 100 सैंपल लिए जा चुके हैं और जांच रिपोर्ट आने तक कंपनी की बाकी उत्पादों की खरीदी-बिक्री भी नहीं होगी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के मुताबिक जांच रिपोर्ट में एक हफ्ते का समय लगेगा।
दवा कारोबारियों के मुताबिक श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी का प्रदेश में सालाना 10 करोड़ रुपए का कारोबार संचालित हो रहा है। राजधानी के डूमरतराई स्थित होलसेल दवा बाजार में श्रीसन फार्मास्युटिकल का थोक दवा कारोबार हैं, यहां कंपनी का स्टाकिस्ट है। कंपनी के गोदाम से औषधि निरीक्षकों ने सात अलग-अलग दवाइयों के सैंपल लिए हैं।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने सभी जिला दवा विक्रेता संघ को कंपनी के भंडारित स्टाक की जानकारी मंगाई है। विभाग ने दवा विक्रेता संघ को निर्देश दिया है कि श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी के अमानक बैच का क्रय-विक्रय तत्काल रोका जाए। जानकारी के मुताबिक बीते पांच दिनों में प्रदेशभर में कंपनी के अलग-अलग उत्पादों के 100 सैंपल लिए जा चुके हैं।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के औषधि नियंत्रक दीपक कुमार अग्रवाल ने बताया कि श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी के गोदाम से सैंपल लिया गया है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया जब तक रिपोर्ट न आएं तब तक व्यापार प्रतिबंधित रखें।











