जगदलपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संभावित बस्तर दौरे से पहले नक्सलियों ने मुखबीरी का आरोप लगाकर 5 दिसंबर से 13 दिसंबर तक इन 9 दिन के अंदर सुकमा और बीजापुर जिले में ही 6 ग्रामीणों की हत्या कर दी। सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र में मुखबिरी करने के शक में शनिवार को छठवीं हत्या ग्रामीण मड़कम हड़मा निवासी ग्राम दुलेड़ की कर दी है। नक्सलियों ने हत्या के बाद गांव में दहशत फैलाने के लिए 123 मोबाइल फोन भी जब्त कर अपने साथ ले गए हैं, इन नक्सली हत्या की वारदात में 3 भाजपा के कार्यकर्ता, एक आंगनबाड़ी सहायिका, और 2 ग्रामीण शामिल हैं। वहीं छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से अब तक नक्सलियों ने कुल 1800 ग्रामीणों की हत्या कर चुके हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मड़कम हड़मा को घर से उठाकर लेकर गए और फिर जंगल में ले जाकर मार डाला है। हत्या की वारदात के बाद उसके शव को गांव के नजदीक लाकर फेंक दिया। नक्सलियों ने हत्या के बाद गांव में दहशत फैलाने के लिए 123 मोबाइल फोन भी जब्त कर अपने साथ ले गए हैं, सभी फोन बंद हैं। फिलहाल फोन लूटने की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को नहीं दी है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। हत्या और फोन लूटने के बाद ग्रामीणों में काफी दहशत व्यप्त है। नक्सलियों को लगता है कि गांव के ग्रामीण उनके हर गतिविधियों की खबर पुलिस को देते हैं। इसलिए नक्सलियों ने पूरे गांव वालों का ही फोन लूट लिया है।
गृहमंत्री विजय शर्मा शनिवार को जगदलपुर पंहुचने पर एयरपोर्ट में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होने 9 दिनों में सुकमा और बीजापुर जिले में कुल 6 लोगों की हत्या पर कहा कि बस्तर के जंगलों में नक्सली न जाने कितने बेकसूर लोगों को मार रहे हैं, यह खूनी खेल गलत है, ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्होने कहा कि नक्सली बस्तर के विकास में बाधक हैं। नक्सलियों के बड़े कैडर्स के बच्चे विदेशों में पढ़ाई कर रहे हैं और नक्सली यहां के बच्चों के लिए स्कूल बनने नहीं दे रहे हैं।