रायपुर। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री और संचार विभाग अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा नेत्री साध्वी प्रज्ञा के मुंबई हमले के शहीद करकरे के प्रति दिये गये अपमानजनक बयान से भारतीय जनता पार्टी और संघ के प्रति देशवासियों का गुस्सा उमड़ रहा है। देशव्यापी निंदा और चुनावों को देखते हुये साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की बयान वापसी भी भाजपा की राजनैतिक चाल मात्र है।
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने एक बयान जारी कर कहा कि बाद में साध्वी प्रज्ञा ने अपने कथन को अपनी निजी पीड़ा बताया, अर्थात वे शहीद करकरे के प्रति अपने निरादर भाव के प्रति यथावत हैं। भाजपा ने भी प्रज्ञा ठाकुर के बयान से खुद को अलग भर किया है। भाजपा ने न तो शहीद करकरे के लिये, बयानों के लिये साध्वी प्रज्ञा की निंदा की और न ही अपने लोकसभा प्रत्याशी के इस घृणित आचरण के लिये देश की जनता से माफी मांगी। शहीदों और जवानों के नाम पर घूम-घूमकर देश भर वोटों की खेती करने वाले नरेन्द्र मोदी और अमित शाह अपने ही दल की नेता के व्दारा शहीद करकरे के बारे में की गई अपमानजनक बयानबाजी के लिये देश की जनता और शहीद परिवारों से माफी मांगे।
त्रिवेदी ने कहा कि शहीदों का और उनकी शहादत का अपमान ही भारतीय जनता पार्टी की फितरत है। छत्तीसगढ़ की भाजपा की सरकार ने शहीदों का बार बार अपमान किया था। किरंदुल में कचरा गाड़ी में शहीदों के शव ढोए गए थे। चिंतागुफा में हुई जवानों की शहादत का तिरंगा लगी वर्दी कचरे के ढेर में फेंक कर अपमान किया गया था। चिंतागुफा की घटना के बाद भाजपा सरकार शहीदों के शवों के अवशेषों को भी संभाल कर नहीं रख सकी थी। मर्चरी के बाहर जवानों के जूते कपड़े बिफरे पड़े थे। तत्कालीन भाजपा की सरकार में इतनी मानवता और सौजन्यता नहीं थी कि शहीदों के अवशेषों और स्मृतियों को सम्मान के साथ रख सके।