रायपुर। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा आतंकवाद और नक्सलवाद से लड़ाई का सिर्फ दिखावा करती है। आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने का दंभ भरने वाली भाजपा ने हकीकत में तो माओवाद और आतंकवाद को खाद पानी देने का ही काम किया है। भाजपा के 15 वर्षों के शासनकाल में छत्तीसगढ़ में माओवाद का विस्तार हुआ है। नक्सलवाद दक्षिण बस्तर के 4 ब्लाकों से निकल कर छत्तीसगढ़ के 14 जिलों तक पहुंच गया है।
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने एक बयान जारी कर कहा कि आतंकवादियों के प्रति भाजपा का आचरण दोहरा है। उसने काश्मीर में दस साल की सजा काट चुके हरकत-उल- मुजाहिदीन के मोहम्मद फारूख, एक पूर्व आतंकी को टिकट दिया था। दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव में भोपाल में प्रज्ञा ठाकुर को यबाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। जिस पर मालेगांव केस में आतंकवाद का आरोप है और जिसे कोर्ट ने अब तक आरोप मुक्त नहीं किया है। मेडिकल ग्राउण्ड पर जमानत पर बाहर आई प्रज्ञा ठाकुर अब तक आतंकवाद के आरोप से मुक्त नहीं है। देश ही नहीं विदेशों में भी झूठ फैलाने वाली भाजपा के दोहरे आचरण का जीता जागता सबूत ये है कि, देश भर में इनके झण्डों और बैनरों का रंग भगवा होता है, पर कश्मीर पहुंचते ही भाजपा के बैनर का रंग हरा हो जाता है और लिखावट ऊर्दू।
त्रिवेदी ने कहा है कि सत्ता पाने के लिये भाजपा ने जम्मू कश्मीर में अलगावादियों की घोषित समर्थक पीडीपी के साथ सरकार बनायी और 4 साल तक चलाई भी। कश्मीर में भाजपा ने पीडीपी की इस शर्त को मानकर सरकार बनाई कि धारा 370 को कश्मीर से नहीं हटाया जायेगा। भाजपा ने चार साल तक काश्मीर में आतंकवाद को फलने-फूलने का पूरा मौका दिया। सैकड़ों सिपाहियों की शहादत हुई और जब लोकसभा चुनाव सामने आया तो अपने आपको पाक-साफ बताने, साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति करने एवं जनता में भ्रम फैलाने के लिये भाजपा ने पीडीपी से गठबंधन तोड़ा। भाजपा पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की सिर्फ बातें करती है। हकीकत में मोदी सरकार में सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे का बिजनेस पार्टनर एक पाकिस्तानी है। मोदी जी के मित्र अडानी पाकिस्तान को बिजली बेच रहे हैं। राष्ट्रवादी होने का नकाब ओढ़नेवाली भाजपा का यही असली चेहरा है।