खुशी / ब्रह्माकुमारी सिस्टर शिवानी ने कहा, जैसे मोबाइल चार्ज करते हैं उसी तरह दिमाग भी करना होगा चार्ज, हसीब अख्तर की विशेष न्यूज़
एसडी कॉलेज में इमोशनली फिटनेस विषय पर हुआ कार्यक्रम
रात को सोते समय मोबाइल,टीवी और ईमेल का इस्तेमाल न करें
चंडीगढ़. एसडी कॉलेज सेक्टर-32 के ऑडिटोरियम में ब्रह्माकुमारी संस्था की ओर से आयोजित इमोशनली फिटनेस विषय पर कार्यक्रम में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सिस्टर शिवानी पहुंचीं। उन्होंने जीवन काे कैसे सरल और आसान बनाया जा सकता है, इसके बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 10-20 सालों में हमारे पास टेक्नोलॉजी तो बहुत ज्यादा आ गई। हम इन चीजों में उलझ गए और अपने लिए समय निकालना बंद कर दिया है। कम समय में ज्यादा काम करने की होड़ हो गई है। बाहर का तनाव हमारे ऊपर हावी हो रहा है। यही वजह है कि लोग तनाव की वजह से डिप्रेशन का शिकार होने लगे।
सिस्टर शिवानी ने कहा कि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक डिप्रेशन की बीमारी में भारत नंबर एक पर आ गया है। बच्चों में भी तनाव देखने को मिल रहा है। हालांकि, पढ़ाई का बोझ पहले से घटा है लेकिन इनर पावर कम हुई। घर में ऐसी कोई बात ही नहीं होती कि बच्चे भी इससे बच सके।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से दिनभर मोबाइल को चालू रखने के लिए हम उसे चार्ज करते हैं उसी तरह से हमें अपने दिमाग को एक घंटे में चार्ज करना होगा। यह तभी संभव होगा जब रोजाना मेडिटेशन और ईश्वर से जोड़ने के लिए प्रयास करेंगे। इसके लिए हमें ध्यान का अभ्यास करना होगा।
उन्होंने कहा कि आजकल देखा जा रहा है कि रात को सोने से पहले हमारे हाथ में मोबाइल होता है या फिर टीवी देख रहे होते हैं। इस दौरान जिन चीजों को देखकर हम सोते हैं, उसका असर हमारी नींद पर पड़ता है। मेरा सुझाव है रात को 8 बजे से सुबह 8 बजे तक मोबाइल को स्विच ऑफ कर दें। कोई व्हट्सएप नहीं, कोई मेल नहीं कोई काम न करें। इससे आपकी नींद अच्छी होगी आप जल्दी उठेंगे और आपके अंदर पॉजिटिव एनर्जी डवलप होगी।